जय बजरंगी राम के संगी,
दीनन पर उपकार करो।
जो शरणागत है प्रभु तेरी,
उनका बेड़ा पार करो।।
तुमने सवारे उनके कारज,
जिनने तुमको ध्याया,
खाली हाथ नही लौटाया,
द्वार तेरे जो आया,
मैं भी सवाली बन कर आया,
प्रभु कृपा एक बार करो,
जो शरणागत है प्रभु तेरी
उनका बेड़ा पार करो।।
लक्ष्मण के प्रभु प्राण उबारे,
धौलागिरी कर धर लाये,
पल भर मे मूर्छा से जागे,
जब वो संजीवनी खाये,
जय हो राम दूत प्रभु तेरी
सुखी सकल संसार करो
जो शरणागत.............
अति बलधारी प्रभु वर तुम हो,
नाम से सब दुश्मन कापें,
कोई भी संकट छू ना पाये,
नाम तेरा जो भी जापे,
राजेन्द्र तेरी कृपा चाहे,
नाथ ना अब इंकार करो,
जो शरणागत............