चलो बाबा के द्वार मलम जी
हो जाओ तयार मलम जी
आज न मैं रुक पाउंगी
तने छोड़ अकेली चली जाऊंगी
बाबा मेरा मैं बेटी उसकी
भरी पड़ी से पेटी उसकी
खुशिया भर भर लाऊंगी,
तने छोड़ अकेली चली जाऊगी
मेरे यार बड़ा संग सखी सहेली
रानी राखी रजनी चमेली
दर्श करा के लाऊंगी
तने छोड़ अकेली चली जाऊगी
बाला जी का तू ध्यान लगा ले उतम छोकर से गीत लिखवा ले
मैं प्रियंका से गवाऊगी तने छोड़ अकेली चली जाऊगी