माँ गौरा के लाल को, प्रथम मनावा आज, 
आ जाओ गौरी लाला, सब पूरण करदो काज ॥
सब देवो में सबसे पहले, पूजा तुम्हारी होती है, 
जब जब तेरा नाम है लेते, बाधा दूर सब होती है, 
रिद्ध सिद्ध संग में ले आओ.....सब पूरण करदो काज,
माँ गौरा के लाल को.....
महादेव की आँख के तारे, माँ गौरा के प्यारे हो, 
सब भक्तो के नैन की ज्योति, तुम जहाँ से न्यारे हो, 
दिल के शीशे में बिठाके.....तेरी लेउँ नजर उतार,
माँ गौरा के लाल को.....
धुप दीप से करू आरती, मोदक भोग लगाऊं जी, 
कर फूलों की माला लेकर, तुमको आज चढ़ाऊँ जी, 
अशोक तेरे गुणगाये, ये भक्त तेरे गुणगाये,  
सब देवो के सरदार ।
माँ गौरा के लाल को, प्रथम मनावा आज, 
आ जाओ गौरी लाला, सब पूरण करदो काज,
माँ गौरा के लाल को, प्रथम मनावा आज.......