राधा रानी की नथ पे मोर,
नाँचे ता ता थई थई॥
लाल रंग चुनरी, सुरख रंग लहँगा,
वामें गोटे की लग रही डोर॥
नाँचे ता ता थई थई॥
गोरे गोरे मुखड़े पै, लाल लाल बिंदिया,
नैना काजर की लग रही कोर॥
नाँचे ता ता थई थई॥
गोरी गोरी बहियों में, लाल लाल चुरियाँ,
हाथन की मेहँदी चितचोर॥
नाँचे ता ता थई थई॥
राधे जू हमारी, भोरी भारी,
ये तो छलिया माखनचोर॥
नाँचे ता ता थई थई॥
घूँघट की ओट से, नैनन की चोट करे,
जानें मोह लियौ नन्दकिशोर॥
नाँचे ता ता थई थई॥
भक्त जनों की, यही विनय है,
राधे चितवो हमरी ओर॥
नाँचे ता ता थई थई॥