गाँव सुआप में जन्म लूयो हैं थे ॥
साठीका परन्या जी,
आओनी आओनी म्हारी करणी मैया,
आप आया म्हारो काज सरे ॥
पहलो पहलो पर्चो दियो पिताजी ने ॥
सर्प खाओडा जीवाया थे,
आओनी आओनी म्हारी करणी मैया,
आप आया म्हारो काज सरे ॥
बीकाजी ने वचनो दियो मा करणी ॥
गढ़ री नीम मनगाई जी,
आओनी आओनी म्हारी करणी मैया,
आप आया म्हारो काज सरे ॥
तीजो तीजो पर्चो दियो लखन जी ने ॥
सर्कस पर जीवाया जी,
आओ जी आओं जी म्हारी करणी मैया,
आप आया म्हारो काज सारे॥
भक्त थारा भजन बनावे ॥
चान्दूसिह गावे छ,
आओ जी आओं जी म्हारी करणी मैया,
आप आया म्हारो काज सरे ॥