यह माँ, अंजनी का है लाला,
जिसे जग, कहता मतवाला ll
*जो मुमकिन, लागे हैं सब को,
काम इसने, वो कर डाला,,,
यह माँ, अंजनी का,,,,,,,,,,,,
सभी डरते, असुर और दैत्य,
तुम बलवान हो इतने l
तुम्हारी, भक्ति को दुनियाँ,
कहें गुणवान हो इतने ll
*पिशाचर, भागते हैं डर के ll,
कहें किस से पड़ा पाला,,,
यह माँ, अंजनी का,,,,,,,,,,,,
दोबारा, न पड़े कहना,
एक ही वार में सुन ले l
तुझे पल में, पकड़ लेगा,
राह प्रभु राम की चुन ले ll
*वो खुशकिस्मत बड़े होते ll,
जिन्हे मिलता है यह बाला,,,
यह माँ, अंजनी का,,,,,,,,,,,,
काम ना, आए जब दुनियाँ,
तो इसको याद कर लेना l
ये केशव, शर्मा कहता है,
अपनी फ़रियाद कह देना ll
*कहें, सारे भक्त खोले ll,
तेरी तकदीर का ताला,,,
यह माँ, अंजनी का,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तीभोपाल