प्रेत राज भेरो के संग यहाँ रेहता बाला है,
अरे मेहंदीपुर वाले का ये दरबार निराला है,
जादू टोना जिस पर होता वो मेहंदीपुर में आता है,
भुत प्रेत को बाला जी सोते से मार भगाता है,
भुत पिच्छाच का हर संकट इसने ही टाला है,
अरे मेहंदीपुर वाले का ये दरबार निराला है,
है राम भक्त बजरंग बलि.
ये तोड़ ता है दुशमन की नली,
इनकी किरपा से भगतो की सारी विपदा पल में टली,
अपने भगतो की रक्शा ये करने वाला है,
अरे मेहंदीपुर वाले का ये दरबार निराला है,
करता सब का कल्याण है,
अपने भगतो की आन है,
मेहंदीपुर वाले बाला की जग में अलग पहचान है,
शर्मा संजय के जीवन का ये रखवाला है,
अरे मेहंदीपुर वाले का ये दरबार निराला है,