हम तुम्हारे कभी ना बन पाएं,
पर मैं जब भी घिरा तूफ़ानों में,
थामने हमको श्याम तुम आए,
हम तुम्हारे कभी ना बन पाएं......
मेरा जीवन तुम्ही, तुम्ही दुनियाँ,
तू मिला तो मुझे मिली ख़ुशियाँ......-2
मेरे कर्मो को भी ना देखा तूने,
भुला मैं तुझे ना तुम भुला पाए,
हम तुम्हारे कभी ना बन पाएं.....
ना हूँ काबिल तेरी कृपा के मैं,
फिर कृपा क्यों की सोचता हूँ मैं.....-2
तेरी लीला है क्या प्रभु मेरे,
आज तक हम समझ नहीं पाए,
हम तुम्हारे कभी ना बन पाएं........
तेरी दुनियाँ भी है गज़ब दाता,
हारते को ना कोई जितलाता.....-2
तू जो मिल जाता है जिसे भगवन,
ना कभी वो फिर हारने पाए,
हम तुम्हारे कभी ना बन पाए,
पर मैं जब भी घिरा तुफानो में,
थामने हमको श्याम तुम आए,
हम तुम्हारे कभी ना बन पाएं........