म्हे गजरो लेकर आया,थे पहरो बाबा श्यामजी
थे पहरो बाबा श्यामजी थे पहरो बाबा श्यामजी
न्हाय धोई कर फुलड़ा लाया,हार, बणायो एक जी
चंपा,चमेली,नरगिस,मरुओ गुलझारो भी लाया जी
म्हे थाने आज पहरावा,थे पहरो बाबा श्यामजी
म्हे गजरो लेकर आया.......
मुखडो थारो प्यारो लागे,कुण्डल झलके कान जी,
जे बाबा थे हार पहर लो,लागो घणा सुहाना जी
म्हे थाने आज मनावा,थे पहरो बाबा श्यामजी
म्हे गजरो लेकर आया.......
ग्यारस की थारी रात,जगावा,नाचा कूदा गावा जी
श्याम मंडल थाने हार पहराकर,चरना शीश नवावाजी,
म्हे टाबरिया हा था,थे पहरो बाबा श्यामजी
म्हे गजरो लेकर आया.......