बच्चों के जीवन में जब विपदा आती है,
होकर के सिंह सवार मैया दौड़ी आती है,
बच्चों के जीवन में जब विपदा आती है,
होकर के सिंह सवार मैयां दौड़ी आती है।।
दीनो की साथी है दुखियों को उठाती है,
ममता की छाँव करे गोदी में बिठाती है,
हर सुख में हर दुःख में ये साथ निभाती है,
बच्चों के जीवन में जब विपदा आती है।।
जीवन की नैया जब मझधार में होती है,
तूफ़ान से घबरा के जब आँखें रोती हैं,
बन कर मांझी नैया भव पार लगाती है,
बच्चों के जीवन में जब विपदा आती है।।
बच्चों का दुःख इनसे देखा नहीं जाता है,
खुद आंसू पोंछे जो ये ऐसी माता है,
मोहित दुःख बच्चो का खुद मैया उठाती है,
बच्चों के जीवन में जब विपदा आती है,
बच्चों के जीवन में जब विपदा आती है।