लगिआं ने रौनका, लगाई रखी दातिए
भले हाँ जां बुरे हाँ, निभाई रखी दातिए
और किसी दर पे माँ, सिर को झुकाया नहीं
मान के माँ तुझे किसी, और को मनाया नहीं
सीने से लगाया तो, लगाई रखी दातिए
लगिआं ने रौनका, लगाई रखी दातिए
नाम तेरा ले के मईया, नाम बड़ा पाया है
तेरे ही खिलोने हमे, तूने ही बनाया है
चढ़ी हुई गुड्डी को, चढ़ाई रखी दातिए
लगिआं ने रौनका, लगाई रखी दातिए
मैं तो तेरे सेवको का, दाती सेवादार हूँ
जान से वी ज्यादा उन्हें, करता मैं प्यार हूँ
बना सेवादार तो, बनाई रखी दातिए
लगिआं ने रौनका, लगाई रखी दातिए
भूलें माएँ मेरी कभी, दिल में न लाना
भूल जाना भूलों को माँ, मुझे न भुलाना
चंचल को चरणों से, लगाई रखी दातिए
लगिआं ने रौनका, लगाई रखी दातिए