जा रे जा आकाश के पंछी, जल्दी उड़ के जाना रे,
त्र्यंबकेश्वर शिव को मेरे, दिल का हाल सुनाना रे,
त्र्यंबकेश्वर शिव को मेरे, दिल का हाल सुनाना रे,
जा रे जा आकाश के पंछी।
दुःख के भस्मासुरो ने मेरी, कुटिया को है घेर लिया,
गमो के दानव टूट पड़े है, खुशियो ने मुँह फेर लिया,
प्रभु से कहियो....
प्रभु से कहियो कभी यहाँ भी,
प्रेम सुधा बरसाना रे,
त्र्यंबकेश्वर शिव को मेरे, दिल का हाल सुनाना रे,
त्र्यंबकेश्वर शिव को मेरे, दिल का हाल सुनाना रे,
जा रे जा आकाश के पंछी।
गंगा का वर देके प्रभु ने, ऋषि की प्यास बुझाई रे
हम जैसे लाचारो की, क्यों उसे याद ना आयी रे
भूल चुके....
भूल चुके भगवान को जाके,
हमरी याद दिलाना रे,
त्र्यंबकेश्वर शिव को मेरे, दिल का हाल सुनाना रे,
त्र्यंबकेश्वर शिव को मेरे, दिल का हाल सुनाना रे,
जा रे जा आकाश के पंछी।
देख तू जाके शंकर मेरे, किसकी धुन में खो गये,
महादयालु हो कर भी वो, क्यों निर्मोही हो गये,
ये तो बता दे....
ये तो बता दे क्यों भक्तो का,
दुश्मन हुआ ज़माना रे,
त्र्यंबकेश्वर शिव को मेरे, दिल का हाल सुनाना रे,
त्र्यंबकेश्वर शिव को मेरे, दिल का हाल सुनाना रे,
जा रे जा आकाश के पंछी।