हो हो हो हो मीरा के घनश्याम आ गए ॥
शाम आ गए घनश्याम आ गए ॥
हो हो हो हो मीरा के घनश्याम आ गए ॥
हीरा कैसे दिखेंगे सांवरिया,
जब मीठी बजाए बांसुरिया।
ऐसी लागी लगन, मीरा हो गई मगन ॥
जब हो हो हो मीरा के घनश्याम आ गए ॥
वृंदावन की गलियों में डोले,
और दिल के दरवाजे खोले।
मैं तो माखन बनाऊ,और उसको खिलाऊ ॥
जब हो हो हो मीरा के घनश्याम आ गए ॥
मीरा हमको भी शाम से मिलाना,
और उसके दर्शन कराना।
उसको अपना बनाऊं, मैं तो दिल में बसा हूं ॥
जब हो हो हो मीरा के घनश्याम आ गए ॥