मैं तेरे दर पर आई मां जयकारा बोल के,
मैं तेरे दर पर आई मां दुनिया को छोड़ के॥
सास कहे बहू कठिन चढ़ाई,
मैं नंगे पैरों आई री जयकारा बोल के,
मैं तेरे दर पर आई मां दुनिया को छोड़ के॥
जिठनी कहे वहां बह रही गंगा,
मैं गोता लगाकर आई री जयकारा बोल के,
मैं तेरे दर पर आई मां दुनिया को छोड़ के॥
देवरानी कहे वहां गर्भजून है,
मैं गुफा के दर्शन पाए री जयकारा बोल के,
मैं तेरे दर पर आई मां दुनिया को छोड़ के॥
ननंद कहे वहां ठंड बहुत है,
चढ़ने में पसीना आया री जयकारा बोल के,
मैं तेरे दर पर आई मां दुनिया को छोड़ के॥
देवर कहे वहां भीड़ बहुत है,
मैंने खुल्ले दर्शन पाए री जयकारा बोल के,
मैं तेरे दर पर आई मां दुनिया को छोड़ के॥
बलम कहे गोरी क्या कुछ मांगा,
बिन मांगे सब कुछ पाया री जयकारा बोल के,
मैं तेरे दर पर आई मां दुनिया को छोड़ के,
मैंने तेरी ज्योत जगाई मां दुनिया को छोड़ के......