अगर काश ऐसी करामात हो जाए,
रूबरू कन्हैया तुमसे बात हो जाए,
दो पल ही चाहे बात हो जाए,
रूबरू कन्हैया तुमसें बात हो जाए।।
आज तक ना देखा तुमको,
देखने का चाव है,
तुमको सीने से लगा लूँ,
दिल का ये ही भाव है,
कुछ तो अच्छे कर्मो की,
सौगात हो जाए,
रूबरू कन्हैया तुमसें बात हो जाए।।
बात कुछ तो आप में है,
सारे जग में शोर है,
आपके जैसा कन्हैया,
दूजा ना कोई और है,
हाथों में तेरे मेरा हाथ हो जाए,
रूबरू कन्हैया तुमसें बात हो जाए।।
भक्तो में ना गिनती मेरी,
भक्ति का ना ज्ञान है,
फिर भी भजनों से रिझाने,
का दिया वरदान है,
‘मोहित’ के दिल की पूरी आस हो जाए,
रूबरू कन्हैया तुमसें बात हो जाए......