आओ जी आओ गुरुदेव,
म्हारे आंगणा,
भगत है आया बुलाने गुरूजी,
आओ जी आओ गुरुदेंव,
म्हारे आंगणा।।
मेरे गुरुवर थे आ जाओ,
आया हु पड़गाहन को,
अत्रों अत्रों तिष्ठो तिष्ठो,
कहकर तुम्हे बुलाऊ में,
आओ जी आओ गुरुदेंव,
म्हारे आंगणा......
उच्चासन पर आन विराजो,
चरण कमल मैं पखारू जी,
नवधा भक्ति करके गुरुवर,
अष्टद्रव्य चढ़ाउ मैं,
आओ जी आओ गुरुदेंव,
म्हारे आंगणा......
करके पूजन थारी गुरुवर,
भवसागर तर जाऊ मैं,
तन मन शुद्धि वचन में शुद्धि,
धर आहार कराऊ मैं,
आओ जी आओ गुरुदेव,
म्हारे आंगणा,
भगत है आया बुलाने गुरूजी,
आओ जी आओ गुरुदेंव,
म्हारे आंगणा......