मईया जी तेरे दर पे आयी हु,
ना लौट के वापिस जाऊंगी।।
मेरे दुःख सुन लो मेरी माँ,
यहाँ कोई नहीं मेरा,
जिसे रोकर पुकारू माँ,
मईया जी तेरे दर पे आयी हु,
ना लौट के वापिस जाऊंगी,
ठोकरे दर दर खायी हु,
ना लौट के वापिस जाऊंगी,
मईया जी तेरे दर पे आयी हु,
ना लौट के वापिस जाऊंगी।।
सुबह शाम ध्यान तेरा दर लू,
मईया जी तेरे दर पे आयी हु,
ना लौट के वापिस जाऊंगी,
ठोकरे दर दर खायी हु,
ना अब मैं वापिस जाऊंगी,
मईया जी तेरे दर पे आयी हु,
ना लौट के वापिस जाऊंगी।।