बँसी वाले ने, पकड़ो हाथ,
अब डर काहे को l
मुरली वाले ने, पकड़ो हाथ,
अब डर काहे को l
*काहे को, डर काहे को ll
मुरली वाले ने*,,, ll पकड़ो हाथ,
अब डर काहे को l
बरसानो, मेरो निज़ी गाँव है ll
^निज़ी गाँव है, निज़ी गाँव है l
*नन्द गाँव, मेरो ससुराल,
अब डर काहे को,,,
बँसी वाले ने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
नंद बाबा, मेरे ससुर लगत हैं ll
^ससुर लगत हैं, ससुर लगत हैं l
यशोद्धा मईया, लगत मेरी सास,
अब डर काहे को,,,
बँसी वाले ने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
बल दाऊ जी, मेरे जेष्ठ लगत हैं ll
^जेष्ठ लगत हैं, जेष्ठ लगत हैं l
सिर पे मेरे, धर दियो हाथ,
अब डर काहे को,,,
बँसी वाले ने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
ग्वाल बाल, मेरे देवर लगत हैं ll
^देवर लगत हैं, देवर लगत हैं l
इन ने डारो, ढेरों गुलाल,
अब डर काहे को,,,
बँसी वाले ने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
कृष्ण देव, मेरे पति लगत हैं ll
^पति लगत हैं, पति लगत हैं l
वोह तो तीनों, लोक के नाथ,
अब डर काहे को,,,
बँसी वाले ने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल