तुम अपने धर्म पर ही बहन सब रहा करो.....-4
करो सास ससुर की सेवा,
यह तीर्थ है सुख देवा,
तुम देख ननद को री बहन मत जला करो,
तुम अपने धर्म पर ही बहन सब रहा करो....
तुम करो पति की तावेदारी,
तुम लागू पति को प्यारी,
तुम देख पति कोरी फूल जैसे खिला करो,
तुम अपने धर्म पर ही बहन सब रहा करो....
जो करे पराई निंद्रा,
वो पापों के अधिकारी,
तुम देख किसी को भी बहन मत जला करो,
तुम अपने धर्म पर ही बहन सब रहा करो....