कर ले नारायण से प्यार ।यही दुनिया में सार
ऐसी काया तुझे न मिलेगी बार बार 22
क्या तु वहां से लाया। क्या तु ले जायेगा
सब कुछ बंदा तेरा यहीं रह जायेगा
ये सब धोखे का संसार। इस मे फसंना है बेकार।
ऐसी काया तुझे न मिलेगी बार बार
ना कोई संगी तेरा। ना कोई साथी रे
बुझ जायेगी तेरे जीवन की बाती रे
खुला यम का है दरबार
बैठा चोर खबरदार ऐसी काया तुझे न मिलेगी बार बार
राम सुमर ले सुकृत कर ले।
हरि गुण गा कर जीवन में भज ले
नैया वैतरणी से पार. यही दुनिया में सार।
ऐसी काया तुझे न मिलेगी बार बार
नाम प्रभु का भूला
श्रृषियों के झूले झूला
अब क्यों भटक रहा है
पथ में भूला भूला भक्तों काया को सुधार होगा जीवन का उध्दार
ऐसी काया तुझे न मिलेगी बार