मैं तो जगराता कराऊ मेरी मात,
भवानी मेरे घर आयी ए।।
धरती और पाताल गगन में,
जय माँ जय माँ होवे,
तीन लोक परलोक जगत में,
जय माँ जय माँ होवे,
तेरी ज्योत जलाऊ मेरी मात,
भवानी मेरे घर आयी ए,
मैं तो जगराता कराऊ मेरी मात,
भवानी मेरे घर आयी ए।।
टीका बिंदी रौली लाई,
लाई कंगन हार,
लाल लाल चुनर मंगवाई,
कर सोलह श्रृंगार,
मैं तो नारियल चढ़ाऊ मेरी मात,
भवानी मेरे घर आयी ए,
मैं तो जगराता कराऊ मेरी मात,
भवानी मेरे घर आयी ए।।
महादेव गणपती आवे,
मईया तेरे साथ,
मेरा भी कल्यान करो माँ,
धर दो सिर पे हाथ,
मैं तो छम छम नाचू मेरी मात,
भवानी मेरे घर आयी ए,
मैं तो जगराता कराऊ मेरी मात,
भवानी मेरे घर आयी ए।।