मनवा रे मनवा बृज़ में जब जईयो,
वृन्दावन में रहियो
वृन्दावन में रहियो
मनवा रे मनवा....
भोर भये परिक्रमा लगईयो,
परिक्रमा लगईयो संत
दर्शंन को पईयो,
कहीं ओर ना जईयो,
बृज़ में जब जईयो
मनवा रे मनवा....
बांकें बिहारी राधा वल्लभ के दर्शंन,
यमुना नहियो जाये,
यमुना नहियो,
कहीं ओर ना जईयो,
बृज़ में जब जईयो
मनवा रे मनवा....
वृन्दावन की कुन्जं गलिंन में,
श्याम मिल जईयो तोहे,
श्याम मिल जईयो,
कहीं ओर ना जईयो,
बृज़ में जब जईयो
मनवा रे मनवा....