अंबे मां अंबे मां ऐसा वर दीजिए,
मैं सुहागन रहूं उम्र भर के लिए॥
मेरी बिंदिया की लाली चमकती रहे,
वह चमकती रहे वह दमकती रहे,
माथे पर सजे उम्र भर के लिए,
अंबे मां अंबे मां....
मेरी मोतियों की माला चमकती रहे,
चमकती रहे वह दमकती रहे,
गले में सजे उम्र भर के लिए,
अंबे मां अंबे मां....
मेरे हाथों में मेहंदी महकती रहे,
चूड़ी और मेरे कंगन खनकते रहे,
हाथों में सजे उम्र भर के लिए,
अंबे मां अंबे मां....
मेरी महावर की लाली महकती रहे,
मेरे पायल के घुंघरू खनकते रहे,
पैरों में सजे उम्र भर के लिए,
अंबे मां अंबे मां....
मेरी लाल चुनरिया चमकती रहे,
और गोटा किनारी दमकते रहे,
मेरे सर पर सजे उम्र भर के लिए,
अंबे मां अंबे मां.....