फागण खेलन आये नन्दलाल संग में राधा रानी के,
राधा रानी के संग में राधा रानी के,
फागण खेलन आये नन्दलाल संग में राधा रानी के,
खेल रहे फागण में फाग ग्वाल बाल संग कान्हा आज,
उड़ाए रंग अबीर गुलाल संग में राधा रानी के,
फागण खेलन आये नन्दलाल संग में राधा रानी के,
रूप अनोखा कान्हा दर कर प्रेम भरी पिचकारी भर कर,
मचा रहे बरसाने में धमाल संग में राधा रानी के,
फागण खेलन आये नन्दलाल संग में राधा रानी के,
करके इशारे कान्हा नटखट राधे भुलाये यमुना के तट,
छोड़ गोपियाँ को मदन गोपाल संग में राधा रानी के,
फागण खेलन आये नन्दलाल संग में राधा रानी के,
लाज शर्म सबरी ही भुलाई फाग में कैसी धूम मचाई,
देख छवि शर्मा/सनी हुई निहाल संग में राधा रानी के,
फागण खेलन आये नन्दलाल संग में राधा रानी के,