आ मन बैठ ज़रा श्री राम जी के चरणों में
आ मन प्रीत लगा श्री राम जी के चरणों में
सुबह और श्याम हुयी ज़िन्दगी तमाम हुयी
ज़िन्दगी को अपना बना,श्री राम जी.....
यह जग सपना है कोई ना अपना है
राम जी को अपना बना,श्री राम जी....
काम और क्रोद्द तेरा कुछ ना बिगाड़ेंगे
नाम वाली ज्योत जगा,श्री राम जी....
करुणा की एक नज़र पड़ जाये तुझपे अगर
तेरा उद्धार होगा,श्री राम जी....