चाहे राम कहो या श्याम कहो।
आराम मिलेगा दोनों में।।
चाहे राम कहो या श्याम कहो।
आराम मिलेगा दोनों में।।
श्री राम से मर्यादा सीखो ,
श्री कृष्ण से करम का पाठ पढ़ो।।
हृदय में करो धारण इनको।
विश्राम मिलेगा दोनोँ में।।
चाहे राम कहो या श्याम कहो।
आराम मिलेगा दोनों में।।
दोनों ने पाप हरा जग का,
दोनों ने धर्म की रक्षा की।
अवतार हैं दोनों विष्णु के,
रंग श्याम मिलेगा दोनों में।।
चाहे राम कहो या श्याम कहो।
आराम मिलेगा दोनों में।।
दोनों संताप हरै मन के ,
दोनों ही। ताप मिटाते हैं
दोनों के जन्म का एक मतलब।
एक काम मिलेगा दोनों में।।
चाहे राम कहो या श्याम कहो।
आराम मिलेगा दोनों में।।
गायक/गीतकार-राजेन्द्र प्रसाद सोनी