सीता मैया ने मुझको बताया मैं,
नहा के सिंदूर में आया॥
रूप देख सिया मुस्काने लगीं,
मुझे तेरा ये रूप में भाया,
मैं नहा के सिंदूर में आया,
सीता मैया ने मुझको बताया,
मैं नहा के सिंदूर में आया॥
हनुमान प्रभु गुण गाने लगे,
मैने आज प्रभु को रिझाया,
मैं नहा के सिंदूर में आया,
सीता मैया ने मुझको बताया,
मैं नहा के सिंदूर में आया॥
होगा भक्त नहीं कोई तुमसे बड़ा,
भक्तों की होगी सदा छत्रछाया,
मैं नहा के सिंदूर में आया,
सीता मैया ने मुझको बताया,
मैं नहा के सिंदूर में आया॥
Shweta Pandey (Varanasi)
"मधुर भजन बेला"