खोलदा ना अखियां भोलेनाथ क्यू,
पुकार के तुझे मैं हार गई हूँ,
हार गई हूँ मैं तो हार गई हूँ,
दिल और चैन तुझ पर वार गई हूँ,
शिव मेरे बोल अखियां खोल गौरा तेरे सामने खड़ी,
गौरा तेर सामने खड़ी ओ भोले तेरी सखी तेरे सामने खड़ी...
अखियां ना खोलोगे तो डमरू बन जाऊगी,
डमरू बन जाऊगी तो हाथो में समाऊँगी,
डमरू ना टोल अखियां खोल गोरा तेरे सामने खड़ी,
शिव मेरे बोल अखियां खोल गौरा तेरे सामने खड़ी,
गौरा तेर सामने खड़ी ओ भोले तेरी सखी तेरे सामने खड़ी....
अखियां ना खोलोगे तो चंदा बन जाऊँगी,
चंदा बन जाऊंगी तो माथे पर समाऊँगी,
चंदा को ना टोल अखियां खोल गोरा तेरे सामने खड़ी,
शिव मेरे बोल अखियां खोल गौरा तेरे सामने खड़ी,
गौरा तेर सामने खड़ी ओ भोले तेरी सखी तेरे सामने खड़ी....
अंखिया ना खोलोगे टी नागिन बन जाऊंगी,
नागिन बन जाऊंगी तो गले में समाऊँगी,
नागिन को ना टोल अखियां खोल गोरा तेरे सामने खड़ी,
शिव मेरे बोल अखियां खोल गौरा तेरे सामने खड़ी,
गौरा तेर सामने खड़ी ओ भोले तेरी सखी तेरे सामने खड़ी....
आंखे नही खोलोगे तो गंगा बन जाऊंगी,
गंगा बन जाऊंगी तो जटा में समाऊँगी,
गंगा को ना टोल अखियां खोल गोरा तेरे सामने खड़ी,
शिव मेरे बोल अखियां खोल गौरा तेरे सामने खड़ी,
गौरा तेर सामने खड़ी ओ भोले तेरी सखी तेरे सामने खड़ी....