बमम बमम, बमम बमम, बम भोले,
शीश गंग अरधंग पार्वती सदा विराजे शिव योगी,
बजा बजा के नृत्य है करते, भेष बना साधु जोगी,
भाँग धतूरे का कर सेवन, बाग़म्बर रख तन ओढ़े,
सूर्य उगे तो इनको ध्याएँ, बादल गरजे तो बोले,
बमम बमम, बमम बमम, बम भोले……….
पर्वत ऊपर आसन इनका, सारे जग पर है शासन,
साँप सपोरे आभूषण हैं, ताम्र कमंडल है बासन,
भस्म भभूति तन में रमाए, केशों को राखे खोलें,
टाँग के ये त्रिशूल बेगाशी, सारी दुनियाँ में डोले,
बमम बमम, बमम बमम, बम भोले…….
ॐ नमः शिवाय,
असुरनिकन्दन सब दुख भंजन, है शिव शंकर जग जानें,
अमृत बाँट के विष को पी गए, खड़े रहे सीना तानें,
आँधी आए तूफ़ा आए, चाहे बरसे फिर शोले,
अपने प्रण पे अडिग रहे शिव, फिर चाहे जो भी हो ले,
बमम बमम, बमम बमम, बम भोले………….
महादेव देवों में देव है, मस्तक में चन्दा साजें,
दीप ललाट लाल गौ लोचन, देख के तुमको दुख भागें,
भक्तों पे जब आफ़त आए, नेत्र तीसरा ये खोलें,
लेकर के त्रिशूल चले जब, सारी सृष्टि ये बोले,
बमम बमम, बमम बमम, बम भोले………