जब कभी ये दिल घबराता है,
मुझको भरोसा मेरा श्याम दिलाता है,
मैं क्यों डरूं जब संग मेरा श्याम है....
हो मेरी मुश्किलों को टाला है,
कदम कदम पे मुझ को संभाला है,
मेरा जीवन मेरा श्याम सजाता है,
अपनी दया से हर पल महकाता है,
मैं क्यों डरूं जब संग मेरा श्याम है………
हो दयालु मेरा खाटू वाला है,
ये कृपालु बड़ा दिल वाला है,
सांवरा जब जिसका बन जाता है,
रिश्तो को ये बड़े प्यार से निभाता है,
मैं क्यों डरूं जब संग मेरा श्याम है…………
हो मैं तो बेफिकर रहती हूँ,
कुंदन अपनी धुन में ये कहती हूँ,
इसके होते कभी गम ना सताता है,
जिम्मेदारी मेरा सांवरा उठाता है,
मैं क्यों डरूं संग मेरा श्याम है………..
जब कभी ये दिल घबराता है,
मुझको भरोसा मेरा श्याम दिलाता है,
मैं क्यों डरूं जब संग मेरा श्याम है……