जब भी हो कोई,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पे सर मेरा,
दिन रात हो,
तेरे हाथों में सदा हमारा हाथ हो,
बस तेरा साथ हो, साथ हो।
जब से इस दिल में तेरी,
चाहत ने डेरा डाला,
बन खुशियों से महका,
सब दूर हुआ अँधियारा,
यूँ ही तेरी कृपा की नित बरसात हो,
बस तेरा साथ हो, साथ हो।
जब भी हो कोई,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पे सर मेरा,
दिन रात हो।
डरती नहीं मैं क्योंकि,
मेरे साथ में रहे कन्हैया,
तू है क्या चिंता,
कैसे भी हालात हो,
बस तेरा साथ हो, साथ हो।
जब भी हो कोई,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पे सर मेरा,
दिन रात हो।
ये भँवर डूबा दे मुझको,
तूफ़ान ये मुझे उड़ा दे,
ओकात नहीं गर कोई,
आकर के हमें डरा दे,
तू संग है जिसके कभी ना,
उसकी मात हो,
बस तेरा साथ हो, साथ हो।
जब भी हो कोई,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पे सर मेरा,
दिन रात हो।
बेधड़क सदा रहती हूँ,
चिंता ना फ़िक्र सताए,
तेरा हाथ कृपा का जब तक,
दुश्मन कोई पास ना आए,
डर मुझे नहीं कितनी भी,
बिछी बिसात हो,
बस तेरा साथ हो, साथ हो।
जब भी हो कोई,
बस तुमसे ही बात हो,
तेरी चौखट पे सर मेरा,
दिन रात हो।