बंसी के बजाने वाले प्रभु कभी दर्शन दिखाओ तो मैं जानू-२
त्रेता में आये तो क्या आए,
द्वापर में आये तो क्या आए,
सतयुग में आने वाले प्रभु ,
कलयुग में आयो तो मैं जानु ! बंसी के बजाने.....
दशरथ के आए तो क्या आए,
घर नंद के आय तो क्या आए ,
महलों में आने वाले प्रभु,
मेरी कुटीया में आयो तो मैं जानू !बंसी के बजाने......
भीलनी को तारा तो क्या तारा ,
कुब्जा को तारा तो क्या तारा ,
मीरा को तारने वाले प्रभु ,
मुझ दासी को तारो तो मैं जानु ! बंसी के बजाने ......