आजा वे श्यामा तेरा रास्ता उड़िक दिया,
रास्ता उड़िक दिया आजा वे श्यामा तेरा रास्ता उडीक दिया,
आजा वे श्याम तनु अखियां उडीक दियां,
जदो दा तू रूस गया सादे नाल मोहना,
भूल गया कावा तू बनेरे उते बोलना,
आ सजना वे तनु आखियाँ उडीक दियां...
तेरे बाजो मोहना वे लगदा ना जी वे,
जिथे तू चला गया ओथे तेरा की है,
आ सजना वे तनु आखियाँ उडीक दियां...
रूस गइयाँ खुशिया ते रूल गए ने चाह ने,
आज पता लगा एह विशोडा की भला एह,
आ सजना वे तनु आखियाँ उडीक दियां...