राम ने रथ को हाँक दियो है,
लक्ष्मण चल दियो साथ भजो भई रामा.....
एक वन चालो दूजो वन चालो,
तीजो में लग गयी प्यास भजो भई रामा,
लक्ष्मण चल दियो साथ भजो भई रामा.....
ऐसा नाही है कोई इस नगरी में,
जो प्यासे को नीर पिलाये भजो भई रामा,
लक्ष्मण चल दियो साथ भजो भई रामा……
माज धोये बच्चे नीर भर लाये भजो भाई रामा,
लेलो जी नीर पियो भाई भजो भई रामा,
लक्ष्मण चल दियो साथ भजो भई रामा.....
तेरे हाथ का बच्चा जल नहीं पीवे,
तो पिता का नाम बताओ भजो भई रामा,
लक्ष्मण चल दियो साथ भजो भई रामा.....
पिता का नाम तो हम नहीं जाने,
माता का सीता नाम भजो भई रामा,
लक्ष्मण चल दियो साथ भजो भई रामा.....
ले चल बेटा उस नगरी में,
जहां बेस सीता नार भजो भई रामा,
लक्ष्मण चल दियो साथ भजो भई रामा.....
एक वन नागयो दूजा वन नागयो,
तीजे में पहुंच जाए भजो भई रामा,
लक्ष्मण चल दियो साथ भजो भई रामा.....