मेरी क़िस्मत का सितारा, आपके हाथों में है,
आपके हाथों में है, आपके हाथों में है.....
क्यूँ करूँ चिंता फ़िकर मैं ज़िंदगी के खेल की,
कौन जीता कौन हारा, आपके हाथों में है,
मेरी क़िस्मत का सितारा, आपके हाथों में है.....
कर दिया तेरे हवाले मैंने अपने आप को,
ठुकरा दो या दो सहारा, आपके हाथों में है,
मेरी क़िस्मत का सितारा, आपके हाथों में है.....
‘राज’ इतना जान गया हूँ मेरे बस में कुछ नहीं,
मेरे सुख दुःख का पिटारा, आपके हाथों में है,
मेरी क़िस्मत का सितारा, आपके हाथों में है.....