छोड़ी मैंने मेरी ज़िन्दगी तेरे भरोसे सांवरे तेरे भरोसे
मेरा हर ग़म मेरी हर ख़ुशी तेरे भरसे ओ श्याम बाबा तेरे भरोसे
माँगा जब भी मैंने तुझसे बेहिसाब दिया है
दर्द मिला जब भी मुझे तुमने थाम लिया है
तूने मुझको हर पल श्याम अपने दिल से लगाए रखा है
छोड़ी मैंने मेरी ज़िन्दगी............
झूठा जग है झूठे रिश्ते कोई नहीं यहाँ अपना
संग कोई साथ नहीं टूटे यहाँ हर सपना
पग पग पर तुमने श्याम अपना हाथ बढ़ाये रखा है
छोड़ी मैंने मेरी ज़िन्दगी............
मैंने दिल से श्याम तेरा जब भी नाम लिया है
श्याम तेरी रेहमत ने बिगड़ा काम किया है
सोनी श्याम तेरी शरण चरणों में ध्यान लगाए रखा है
छोड़ी मैंने मेरी ज़िन्दगी............