भगता ने नाल लगे ने मेले,
बजदे ने ढोल नगाड़े,
चारो बूटा तो जग आया,
मेले लगे द्वारे,
मेरी मईया दे गूँज रहे जैकारे,
मेरी दाती दे.....
झुक झुक दुनिया सजदे करदी,
छाईया मस्त बाहारा,
बिन मांगेया ही मिलन मुरादा,
लगिया रहन क़तारा,
चन्न सूरज भी पान उजाला,
आके तेरे द्वारे,
मेरी मईया दे गूँज रहे जैकारे,
मेरी दाती दे.....
लखा दर ते आन खलोते,
बन के तेरे सवाली,
श्रद्धा वां कदे ना मुड़दे,
तेरे दर तो खाली,
जिसने फड़ लिया नाम दा पल्ला,
उसदे काम सवारे,
मेरी मईया दे गूँज रहे जैकारे,
मेरी दाती दे.....
केवल इस दिया सिफ़्ता सुनके,
चरणा दे विच आया,
श्रद्धा दे फूल हार चढ़ा के,
दिल दा दर्द सुनाया,
मईया सबते मेहरा करदी,
देखो अजब नज़ारे,
मेरी मईया दे गूँज रहे जैकारे,
मेरी दाती दे.....