धन्यवाद् उस प्रेमी का हमको जो खाटू लाया,
उसके लिए भी मांगो जिसने श्याम से मिलाया,
कृपा बनाये रखना सबपे ही बाबा हर दिन,
खाटू की ज़मी पे रखा हमने जो पहला कदम,
खुशियों की हुई शुरुआत दूर होने लगे अब ग़म॥
खाटू की इस माटी को माथे पे जो लगाया,
खोया हुआ भरोसा वापस है लौट आया,
श्याम जैसा मीत मिला मुस्कुराने लगे अब हम,
खाटू की ज़मी पे रखा हमने जो पहला कदम....
खाटू की इस धरती में कुछ तो है बात प्यारे,
हारे को जीत मिलती सच होते सपने सारे,
पीछे मुद के देखा ना कभी क्या थे क्या हो गए हैं हम,
खाटू की ज़मी पे रखा हमने जो पहला कदम....
न स्वर्ग न ही बैकुंठ किसी लोक से है तुलना,
खाटू में जन्म लेना देवो का भी है सपना,
मोहित की यही ख्वाहिश खाटू जी में निकले दम,
खाटू की ज़मी पे रखा हमने जो पहला कदम,
खुशियों की हुई शुरुआत दूर होने लगे अब ग़म....