शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी……
गौरां जी ने बोदी हरी हरी मेहँदी,
शिव शंकर ने बोई भांग बुंदिया पड़ने लगी…….
गौरां जी की पक गई हरी हरी मेहँदी,
शिव शंकर की पक गई भांग बुंदिया पड़ने लगी…….
गौरां जी ने काट ली हरी हरी मेहँदी,
शिव शंकर ने काटी भांग बुंदिया पड़ने लगी……..
गौरां जी ने पीस लेई हरी हरी मेहँदी,
शिव शंकर ने घोटी भांग बुंदिया पड़ने लगी……
गौरां जी के रच गई हरी हरी मेहँदी,
शिव शंकर के चढ़ गई भांग बुंदिया पड़ने लगी……
शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी…….