तेरी मेरी प्रीत की हर युग में कहानी कहेगा पंडित ग्यानी,
कृष्णा से पेहले राधा रानी कहेगा पंडित ग्यानी,
मेरी जान हो तुम समान हो तुम,
पावन प्रीत की सुगंद पहचान हो तुम,
जब तलक रहेगा इस यमुना में पानी ,कहेगा पंडित ग्यानी,
कृष्णा से पेहले राधा रानी कहेगा पंडित ग्यानी,
तुम हो सुख के सरोवर मेरी शरदा सुमन,
जो भी लेगा तेरा नाम हर्षित होगा वो सजन,
लिखे गा सनेही तेरे नाम से अमृत वाणी कहेगा पंडित ग्यानी,
कृष्णा से पेहले राधा रानी कहेगा पंडित ग्यानी,