जल जल कलेजे में छाले पड़े,
ऐसे भोले बाबा से पानी पड़े…….
ना भोले बाबा के महल अटारी,
पर्वत के ऊपर झोपड़िया पड़े ऐसे भोले बाबा से पानी पड़े…
ना घर में आधा ना घर में चावल,
दो चार भागों के गोले पड़े ऐसे भोले बाबा से पाले पड़े….
ना घर में आलू ना घर में बैंगन,
दो चार घर में टमाटर पड़े ऐसे भोले बाबा से पानी पड़े…
ना घर में खटिया ना घर खटोला,
दो चार टूटे झटोले पड़े कैसे भोले बाबा से पाले पड़े……
ना घर में घोड़ा ना घर में गाड़ी,
नंदी पर बैठ भोले घुमन चले ऐसे भोले बाबा से पाली पड़े…