मेवानगर के देव ओ भैरव, वंदन सौ सौ बार,
तु ही हैं करतार हमारा, तु ही पालनहार ॥
पूनम का जब दिन आए, तो मन सबके हुलसाये,
तेरे दर्शन करने को सब दूर दूर से आये ।
नर नारी सब बालक मिलकर तुझको शीश नमाए,
जग हितकारी दादा तुमको कोटि कोटि प्रणाम ॥
तु ही हैं करतार हमारा, तु ही पालनहार...
हम दुःखीयरे, आए द्वारे, और कहां हम जाए,
कष्टों की मझदार से दादा तु ही पार लगाए ।
तेरी शरण मे आए हम तो, तु ही राह दिखाए,
ओ मेरे मतवाले दादा, तु ही तारणहार ॥
तु ही हैं करतार हमारा, तु ही पालनहार...
तेरी महिमा कैसे गाए, तुम हो देव निराले,
सब देवो में देव ओ भैरव बाबा नाकोड़ावाले ।
हम भक्तों की विनती सुन लो, काटो संकट सारे,
सारे भक्त हैं मिलकर बोले, तेरी जयजयकार ॥
तु ही हैं करतार हमारा, तु ही पालनहार..