द्वारे आए का दुःख तारती, बाधा और विघ्नों को मारती,
करो मिलके सकल नर नार अंबे मां की आरती.....
मां लक्ष्मी मां सरस्वती और पार्वती की ज्योति,
आम्बे माता के पूजन से हर देवी खुश होती,
डुबो को पार उतारती ओ मैय्या,
करो मिलके सकल....
देख त्रिशूल खड़ग हाथो में दुश्मन कोसो भागे,
कमल से सुंदर नैनो वाली कमल के बीच विराजे,
दुनियां ये रूप निहारती ओ मैया,
करो मिलके सकल...
अन्न धन के भंडार भरे मां सुख संतोष बढ़ाए,
जिसके कुल में जले न दीपक उस घर दीप जलाए,
झोली में हर सुख डारती ओ मैया,
करो मिलके सकल...