आए हम तेरे दरबार में झोली भर के जाना है,
है सुना हमने मैयाजी तू लुटाती खज़ाना है,
जाने कितनों को तारा है,मेरी अरदास सुन लीजे,
धन दौलत न चाहूँ मैं,सेवा अपनी दे दीजे,
मेरी रग रग में वास तेरा,दिल तेरा दीवाना है,
तुझको पाने की कोशिश है,बस यही आज़माइश है,
दिल खट्टा हुआ जग से,करता झूठी नुमाइश है,
क्या ले करके आए थे,क्या ले करके जाना है,
सारी दुनिया है जान चुकी,मैं गुण तेरे गाता हूँ,
तेरे भजनों के कारण ही माना जाना मैं जाता हूँ,
तू 'मोहित' हुई जब से,मेरा सारा ज़माना है,
Singer & Writer :- Mohit Sai (Ayodhya) 9044466616