राधा रस नाम प्याला, मैं गट गट करके पी गयी,
इस नाम में नशा निराला, मैं गट गट करके पी गयी,
बरसाने वाली राधा मेरी हर ली मेरी सारा बाधा,
मैं महिमा कहु क्या इसकी,
कमली पगली कर डाला, मैं गट गट करके पी गयी।।
इस नाम पे नवधा भक्ति, इस नाम में अदभुत शक्ति,
श्री राधा नाम का जादू, कर लेता सबको काबू,
रस मीठा बड़ा निराला, मैं गट गट करके पी गयी,
राधा रस नाम प्याला........
इस नाम में मस्ती भारी, रस पीवे चढ़े खुमारी,
ये नाम बड़ा गुणगारी, ये नाम बड़ा हितकारी,
ये नाम बड़ा सुख वाला, मैं गट गट करके पी गयी,
राधा रस नाम प्याला........
संजीव संकल्प करू ये, हर बाधा मधुप हरे ये,
इस नाम को जो जन जपते, भव रोग है उनके कटते,
ये नाम जपन की माला, मैं गट गट करके पी गयी,
राधा रस नाम प्याला........