बांके बिहारी मेरे मन ने बस गया रे,
अब तो लागे सबकुछ नया नया रे,
बांके बिहारी मेरे मन ने बस गया रे.....
पहले कहा थी, दिल में उलझन सी,
किसने बजाई प्रेम की यह बंसी,
क्या मैं कहु....
जादू सा चल गया रे,
बांके बिहारी मेरे मन ने बस गया रे.....
रात को जागू, नीद मे सोई रहू,
किन सपनो में खोई खोई रहू,
फुलों का गजरा कैसे बिखर गया रे,
बांके बिहारी मेरे मन ने बस गया रे.....
गांव मे सारे जने प्यार की बाते,
मुझसे पुछे बेदर्दी तेरी बातें,
क्या यह हुआ होश मेरा किधर गया रे,
बांके बिहारी मेरे मन ने बस गया रे.....