( राधा नाम की महिमा भारी,
कहते है त्रिपुरारी,
राधा नाम दीवानी दुनिया,
करे नाम रस पानी,
तीन लोक और चौथे भुवन में,
राधा नाम जैकार,
राधा नाम मधुप भव तारत,
कहते संत सुजान। )
तीन लोक में ध्वज लहराए,
बरसाना धाम का,
और...
बजे डंका....राधा राधा राधा,
बजे डंका राधा नाम का.....
नारद शारद शिव ब्रह्मा आदि,
राधा नाम रटत संता जी,
रोम रोम रटे राधा राधा,
मुरलीधर घनश्याम का,
बजे डंका....राधा राधा राधा,
बजे डंका राधा नाम का.....
संत भगत रसिक जन प्यारे,
राधा नाम दीवाने सारे,
झूम झूम कर नाचे गावे,
जाम पी राधा नाम का,
बजे डंका....राधा राधा राधा,
बजे डंका राधा नाम का.....
राधा नाम में शक्ति भारी,
गिरधर राधा नाम पुजारी,
मधुप सर्व सिद्ध रस सुधानिधि,
नाम राधा अभिराम का,
बजे डंका....राधा राधा राधा,
बजे डंका राधा नाम का.....
(सर्वाधिकार लेखक आधीन सुरक्षित। भजन में अदला बदली या शब्दों से छेड़-छाड़ करना सख्त वर्जित है)