शिव ही रुद्र महेश्वर,
शिव शिव शिव शिव शंकर,
बम बम भोले रूद्र माहेश्वर ,
तुम ही पारब्रह्मा परमेश्वर,
तुम ही पारब्रह्मा परमेश्वर,
शिव शिव शिव शिव शंकर,
बम बम भोले रूद्र महेशर......
निराकार से ओम ओम से,
तुमने रूप लिया साकार,
गौर वर्ण सुन्दर शरीर,
और नाग बने गले का हार,
शिव शिव शिव शिव शंकर,
बम बम भोले रूद्र महेशर......
चंद्र भाल पर सोहे चंद्र,
और जाता काली घनी,
जिसमे विराजे गंगा मैया,
जिसमे विराजे गंगा मैया,
उनकी शोभा खूब बानी.....
शिव शिव शिव शिव शंकर,
शिव शिव शिव शिव शंकर,
बम बम भोले रूद्र महेशर......
शिव ही शक्ति शक्ति ही शिव,
मिल कर बने है अर्ध नारेश्वर,
सटी पारवती बन कर जन्मी,
शिव ही बने पति परमेशर.....
शिव शिव शिव शिव शंकर,
शिव शिव शिव शिव शंकर,
बम बम भोले रूद्र महेशर......
तुम्ही हो वो दिव्या ज्योत,
जिसने ब्रह्माण्ड बनाया,
ब्रह्मा विष्णु महेश त्रिदेव को,
तुमने ही प्रगटाया है,
शिव शिव शिव शिव शंकर,
बम बम भोले रूद्र महेशर....
सिरजन और संचालन तुमने,
सौपा ब्रह्मा विष्णु को,
और भार संहार का,
तुमने सौप दिया महेश्वर को,
शिव शिव शिव शिव शंकर,
बम बम भोले रूद्र महेशर.....
शिव शिव शिव शिव शंकर,
बम बम भोले रूद्र महेशर,
तुम ही पारब्रह्मा परमेश्वर,
तुम ही पारब्रह्मा परमेश्वर,
शिव शिव शिव शिव शंकर,
बम बम भोले रूद्र महेशर......