ऐ माँ करु बेनती तुझसे घर को मेरे सुख से भर दे,
दुख आये ना मन मे हे नारायणी ऐसा वर दे,
हे माँ करु बेनती तुझसे घर को मेरे सुख से भर दे,
दुख आये ना मन मे हे नारायणी ऐसा वर दे.....
तू अम्बे तू जगदम्बे माँ तू जग पालनहारी है,
क्या बोलु इन काधों पर कितनी जिम्मेदारी है,
मै मागंता हुँ माँ तुझसे आसान मेरा पथ कर दे,
हे माँ करु बेनती तुझसे घर को मेरे सुख से भर दे,
दुख आये ना मन मे हे नारायणी ऐसा वर दे,
हे माँ करु बेनती तुझसे घर को मेरे सुख से भर दे....
मन का अन्धेरा मिट जाये ऐसी जोत जगा दे देना,
दास करे अरदास यही बिगङे काज बना देना,
तेरी कृपा से हर जाये अज्ञान के सारे परदे,
हे माँ करु बेनती तुझसे घर को मेरे सुख से भर दे,
दुख आये ना मन मे हे नारायणी ऐसा वर दे,
हे माँ करु बेनती तुझसे घर को मेरे सुख से भर दे....
दुख तपदे जीवन को निर्मल छाया देती है,
बिन बोले ही माँ मेरी हर चिन्ता हर लेती है,
मै भी तेरे दर पर आया ऐसी दया कर दे,
हे माँ करु बेनती तुझसे घर को मेरे सुख से भर दे,
दुख आये ना मन मे हे नारायणी ऐसा वर दे,
हे माँ करु बेनती तुझसे घर को मेरे सुख से भरदे....