ज्योत पावन है मां मेरे घर में जली,
आ जाओ शेरावाली आज मेरी गली॥
कब से बैठे हैं सर को झुकाए हुए,
आस माता की मन में लगाए हुए,
तेरे आगे ओ मां, ना किसी की चली,
आ जाओ शेरावाली आज मेरी गली॥
देर आने में अब ना करो शारदे,
मैं हूं पापी अधम मां मुझे तार दे,
भैरो पीछे, तेरे आगे बजरंग बली,
आ जाओ शेरावाली आज मेरी गली॥
सारी दुनिया में मैया तेरा राज है,
तेरे भक्तो को मैया तेरी आशा है,
तेरे दर्शन से मां, खिली मन की कली,
आ जाओ शेरावाली आज मेरी गली॥